कॉल सेंटर जबरन वसूली मामले में ठाणे पुलिस ने अभी भले ही 70 बड़े अफसरों को गिरफ्तार किया है, लेकिन जल्द ही वो फोन कर बात करने वाले आम कर्मचारियों को भी गिरफ्तार कर सकती है.
क्योंकि जांच में खुलासा हुआ है कि कॉलर खुद को वाशिंगटन डीसी के इंटरनल रेवेन्यू सर्विस हेडक्वार्टर का कर्मचारी बताकर धौंस जमाते थे. इसके लिए बाकायदा उन्हें स्क्रिप्ट दी जाती थी. एनडीटीवी के पास 6 पेज की वो स्क्रिप्ट मौजूद है जिसका उन्हे रट्टा मारने को कहा जाता था.
सवाल - जवाब की तर्ज पर लिखी इस स्क्रिप्ट में साफ तौर पर लिखा है कि अगर सामने वाला पूछे कि आप कहां से फोन कर रहे हैं तो उसे बताना है कि मैं वाशींगटन डीसी के इंटरनल रेवेन्यू सर्विस हेडक्वार्टर से बोल रहा हूं. इस पर अगर सामने वाला पूछे कि उसके टैक्स कैलकुलेशन में गलती कहां हुई है? तो उसे ये कहकर धौंस देना है कि मैं इनवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट से हूं, ऑडिट डिपार्टमेंट से नहीं कि गलती बताने में मदद करूं. सामने वाला इतने पर भी अगर सेटलमेंट की बजाय वकील और सीए की मदद लेने की बात करे तो उसे ये कहकर धमकाना है कि ये थर्डपार्टी डिस्क्लोजर होगा